प्रस्तावना जीवन में कठिनाइयाँ आना स्वाभाविक है। हर कोई किसी न किसी मोड़ पर थक जाता है, रुक जाता है…
परिचय: असफलता से डर कैसा? जब ज़िंदगी में बार-बार असफलता मिलती है, तो दिल टूटता है। हम खुद पर शक…
भूमिका: संघर्ष क्यों ज़रूरी है? हर इंसान अपने जीवन में किसी न किसी तरह के संघर्ष से गुजरता है। किसी…